नई दिल्ली। दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ चुनाव नतीजे आ गए हैं। चार पदों में से तीन पर भारतीय जनता पार्टी की स्टूडेंट विंग अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) ने जीत दर्ज की। एबीवीपी द्वारा जीते गया तीनों पद हैं – अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और संयुक्त सचिव। जबकि सचिव पद पर कांग्रेस की स्टूडेंट विंग NSUI ने जीत दर की है।
ABVP के इस जीत को कांग्रेस नेता और चांदनी चौक से विधायक अलका लाम्बा ने धन-बल और हिंसा का जीत बताया है। अलका ट्वीट कर लिखती हैं – दिल्ली विश्वविद्यालय के परिणामों का कोई भी असर दिल्ली विधानसभा के चुनावों पर होता है, ऐसा मैं नहीं मानती। 2015 में आम आदमी पार्टी 67 सीटें लेकर भी DUSU ना हारती, 39% वोटिंग,छात्रों में भारी निराशा का संकेत है। NOTA पे भारी वोट, ABVP की जीत के कारण फर्जी डिग्री, हिंसा,धन-बल हैं।
ABVP के इस जीत को कांग्रेस नेता और चांदनी चौक से विधायक अलका लाम्बा ने धन-बल और हिंसा का जीत बताया है। अलका ट्वीट कर लिखती हैं – दिल्ली विश्वविद्यालय के परिणामों का कोई भी असर दिल्ली विधानसभा के चुनावों पर होता है, ऐसा मैं नहीं मानती। 2015 में आम आदमी पार्टी 67 सीटें लेकर भी DUSU ना हारती, 39% वोटिंग,छात्रों में भारी निराशा का संकेत है। NOTA पे भारी वोट, ABVP की जीत के कारण फर्जी डिग्री, हिंसा,धन-बल हैं।
#DUSU के परिणामों का कोई भी असर #दिल्ली विधानसभा के चुनावों पर होता है, ऐसा मैं नहीं मानती,— Alka Lamba - अलका लाम्बा (@LambaAlka) September 13, 2019
वर्ना 2015 में #AAP पार्टी 67 सीटें लेकर भी DUSU ना हारती,
39% वोटिंग,छात्रों में भारी निराशा का संकेत है, #NOTA पे भारी वोट
ABVP-फर्जी डिग्री,
हिंसा,धन-बल का इस्तेमाल इसके बड़े कारण.
Source : upuklive